मैंने कभी ऐसा गधा नहीं देखा जो आदमी की तरह बात करता हो, लेकिन ऐसे बहुत से आदमियों से मिला हूँ, जो गधों की तरह बात करते हैं।
~हेनरिक हाइन
भेड़िया ग़ुर्राता है
तुम मशाल जलाओ।
उसमें और तुममें
यही बुनियादी फ़र्क़ है
भेड़िया मशाल नहीं जला सकता।
- सर्वेश्वर दयाल सक्सेना